नईदिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए बैंकिंग सुधारों को खराब बताते हुए 29 जुलाई को देश के करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने जा रहे हैं। यह हड़ताल यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने बुलाई है। गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने 12 और 13 जुलाई को हड़ताल करने की इजाजत नहीं दी थी, जिसके बाद यूनियंस ने हड़ताल के लिए 29 जुलाई का दिन चुना है।
यूनियंस के अंतर्गत बैंक अधिकारियों और कर्माचरियों की नौ यूनियन आती हैं। ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉइज एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव सीएच वेंकटचलम्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की बैंकिंग सुधार नीतियां जनविरोधी हैं, जिसके विरोध में 29 जुलाई को निजी क्षेत्रों के बैंक कर्मचारियों के अलावा, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, विदेशी बैंक और कॉपरेटिव बैंक के कर्मचारी एक दिन की हड़ताल करेंगे।
इससे पहले बैंक यूनियनों ने पांच स्टेट बैंकों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मर्ज करने के फैसले के विरोध में 20 मई को प्रदर्शन किया था।