
परिजनों ने शाहपुरा थाना प्रभारी आशीष धुर्वे पर मामले को रफादफा करने का आरोप भी लगाया है। उनके भाई अभय ने कहा पुलिस हत्याकांड को एक्सीडेंट बताकर आरोपियों को बचाने में लगी है। इधर हादसे के चौबीस घंटे बाद भी इंस्पेक्टर को रौंदने वाली कार के बारे में पुलिस कोई जानकारी नहीं जुटा सकी है।
मृत अधिकारी अजय कुमार मूलत: हमीरपुर के रहने वाले थे। यहां वे पत्नी और छोटे बेटे हार्दिक के साथ रहते थे। मृतक के भाई अभय खरे ने बताया कि वे कई गोपनीय जानकारी जुटाने में लगे थे। अजय को पहले से अनहोनी की आशंका था। वे अपनी पत्नी और बेटे को कभी घर के बाहर अकेले नहीं जाने देते थे।