भोपाल। छत्तीसगढ़ में नई पार्टी बनाकर राजनीति की दूसरी पारी शुरू करने जा रहे अजीत जोगी ने पहली बार उस रणनीति का खुलासा किया जिसके तहत लालकृष्ण आडवाणी ने कांग्रेस के विजयरथ का पहिया ही तोड़ दिया था। उसके बाद कांग्रेस फिर कभी संभल ही नहीं पाई। यह आडवाणी की ही कूटनीति थी कि आज भारत में कांग्रेस का वोट शेयर 7 प्रतिशत रह गया है।
जोगी ने एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि 2003 में जब पहली बार छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनी थी तो उस समय भी कांग्रेस को व्यापक जनाधार मिला था। सिर्फ बस्तर क्षेत्र की कुछ सीटों के कारण कांग्रेस की दोबारा सरकार नहीं बन सकी। जोगी ने 2003 का जिक्र करते हुए कहा कि, उन दिनों नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार का ऐलान और तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की रणनीति ने कांग्रेस पार्टी को दोबारा नहीं आने दिया।
इस तरह आडवाणी ने देश के कई इलाकों में कांग्रेस को कुछ इस तरह के नुक्सान पहुंचाए जिसे कांग्रेसी समझ ही नहीं पाए और आज तक उन घावों को भरा नहीं जा सका। कांग्रेस लगातार बीमार और विकलांग होती जा रही है।