
तिरंगे का एक किनारा फट चुका है। इसके अलावा तिरंगे में कई जगह छोटे बड़े छेद भी हो चुके हैं। इसके बावजूद इसे न तो बदला गया है और न ही इसके सिलवाया गया है। नगर निगम और लायंस क्बल ने 2 अक्टूबर 2014 को 100 मीटर की उंचाई पर फ्लड लाइट में 24 घंटे आसमान में फहराने वाले इस तिरंगे झंडे को थीम रोड़ पर लगाया था।
इसके अलावा कोई सामाजिक या फिर खेल आयोजन की शुरूआत इसी फ्लैग प्वाइंट से होती है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि फटे हुए तिरंगे की ओर किसी का ध्यान नहीं है।