
एसएसपी जे रविंद्र गौड़ ने इसका पता लगाने के लिए आरआई को तलब कियां आरआई ने बताया कि उनके यहां इस नंबर की न तो कोई गाड़ी है और न पुलिस लाइन की किसी गाड़ी पर लालबत्ती लगी हुई हैं इस पर एसएसपी ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर संतोष कुमार को फोन कर गाड़ी का पता लगाकर कार्रवाई करने के आदेश दिए।
गाड़ी के नंबर के आधार पर आरटीओ से पता निकलवाया गया तो ये गाड़ी उप्र नव निर्माण सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जानी की निकली। अमित जानी फिलहाल जेएनयू छात्र नेता कन्हैया की सुपारी देने के जुर्म में तिहाड़ जेल में बंद है। पूरी जांच करने पर पता चला की उक्त जिप्सी को दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मोहम्मद अब्बास द्वारा दो साल पहले अमित जानी से खरीद ली गई थी।
मामला संज्ञान में आने के बाद मेरठ रेंज के डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने गाड़ी का चलान कर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।