
जिसमे लिखा गया है की जिस प्रकार कैलाश विजयवर्गीय ने महात्मा गांधी के ऊपर जो अशोभनीय टिपण्णी की और कहा कि आजादी में इनका कोई योगदान नही रहा है। उस पर इन्हें दण्डित किया जाए ताकि भविष्य में भी वो इस प्रकार के बयान न दे। जब इस मामले पर अतिरिक्त पुलिस से बात की तो उन्होंने मामले संज्ञान को लेकर जाँच करने की बात कही।