नई दिल्ली। भारत के केरल में 19 वीं सदी में दलित महिलाओं पर एक बहुत ही अजीबोगरीब टैक्स लगाया गया था। इसके अंतर्गत सार्वजनिक स्थान पर जाने पर उन्हें अपने स्तनों खुला रखने का आदेश दिया गया था। यदि वो स्तन को ढंकने का प्रयास करतीं तो उन्हे जुर्माना चुकाना पड़ता था। यह जुर्माना उनके स्तन के आकार के हिसाब से देना पड़ता था। जिस महिला का स्तन जितना बड़ा होता था, उससे उतना ही अधिक जुर्माना वसूला जाता था।
बताते हैं कि त्रावणकोर के राजा ने इस अजीबोगरीब टैक्स को लागू कराया था। शुरुआत में कुछ महिलाओं ने इसका विरोध किया लेकिन बाद में सभी निचली जाति की महिलाओं को टैक्स के दायरे में आना पड़ा था।
राजा इस नियम का उल्लंघन करने वाली महिलाओं को सजा भी देता था। जो भी महिला इस नियम को नजरांदाज करती थी, उसके स्तनों को काट दिया जाता था। हालांकि, कुछ सालों बाद नांगेली नामक महिला द्वारा इस नियम का विरोध किए जाने के बाद इसे बंद कर दिया गया था।