शिवराज सिंह चौहान: मंत्रियों के चुनाव की चुनौती

भोपाल। मप्र में शिवराज सरकार का मंत्रीमंडल विस्तार होने वाला है। तमाम विधायक रिक्त पदों पर अपनी भर्ती के लिए जोर लगा रहे हैं। कुछ नागपुर से आश्वस्त हैं तो कुछ दिल्ली की परिक्रमा में जुटे हुए हैं। इन सबके बीच भाजपा के युवराजों का दावा भी दमदारी के सामने आ रहा है। 

पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र सखलेचा के पुत्र ओमप्रकाश सखलेचा, वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग के बेटे विश्वास और थावरचंद गेहलोत के बेटे जितेंद्र को मंत्रिमंडल में शामिल कराने की जोर-आजमाइश चल रही है। ढाई साल से बतौर राज्यमंत्री काम कर रहे कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी एवं  पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के चिरंजीव सुरेंद्र पटवा केबिनेट में आना चाहते हैं। भाजपा संगठन ने क्राइटेरिया तय किया था कि पहली बार के विधायकों को मंत्रीमंडल में मौका नहीं मिलेगा, लेकिन दो दिन बाद संभावित विस्तार में इसका अपवाद सामने आ सकता है।

इनमें भोपाल मध्य से सुरेंद्रनाथ सिंह एवं राजगढ़ जिले के अमर सिंह यादव के नाम हो सकते हैं। इंदौर से ऊषा ठाकुर एवं सुदर्शन गुप्ता दावेदारी कर रहे हैं। गुप्ता को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर का समर्थन है, वहीं ऊषा को संघ का वरदहस्त है।

झाबुआ से आदिवासी चेहरे के नाम पर निर्मला भूरिया दावा कर रही हैं। निमाड़ अंचल से अर्चना चिटनीस भी कतार में हैं। मंत्री पद के लिए उन्होंने प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे एवं केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू से भी पैरवी कराई है। बताते हैं कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान से उनकी अदावत में इन दिनों कुछ कमी आई है।

मंदसौर से यशपाल सिंह सिसोदिया भी केंद्रीय मंत्री तोमर का समर्थन हासिल कर दावेदारी कर रहे हैं। यहां से ओमप्रकाश सखलेचा भी जोर लगा रहे हैं। बताते हैं उनके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल और वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने भी सिफारिश की है। पूर्व मंत्री जगदीश देवड़ा भी कतार में हैं।

राजधानी भोपाल से विश्वास सारंग विधानसभा में अपने परफार्मेंस और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर की मदद के सहारे दावेदारी में जुटे हैं। बैतूल के हेमंत खंडेलवाल भी जोर लगा रहे हैं, वहीं छिंदवाड़ा से चौधरी चंद्रभान सिंह भी मुख्यमंत्री सहित अन्य नेताओं से चर्चा कर चुके हैं।

उधर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी भगवत शरण माथुर के सहारे अनूपपुर में अजजा वर्ग से रामलाल रौतेल दावेदारी ठोक रहे हैं। जबलपुर से अजा कोटे के अंचल सोनकर दावेदारी ठोक रहे हैं। विंध्य मुख्यालय रीवा जिले से स्थानीय मंत्री के विरोध के बावजूद केदार शुक्ला की पक्की दावेदारी है। यहां से हर्ष सिंह का भी नाम है।

ग्वालियर से जयभान सिंह पवैया को मंत्रिमंडल में एंट्री दिलाने के लिए केंद्रीय मंत्री तोमर के अलावा सांसद प्रभात झा अपनी अनुशंसा कर चुके हैं, जबकि मुरैना में रुस्तम सिंह एवं नारायण सिंह कुशवाह की दावेदारी भी शामिल है। निमाड़ में खंडवा जिले से तीसरी मर्तबा के विधायक एवं पूर्व मंत्री स्व. किशोरीलाल वर्मा के बेटे देवेन्द्र वर्मा भी अपना जोर लगा रहे हैं।

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