भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में 300 से ज्यादा नियुक्तियां जांच की जद में आ गईं हैं। इन नियुक्तियों को फर्जी माना जा रहा है क्योंकि ये नियुक्तियां बिना भर्ती नियमों का पालन किए कर दी गईं थीं। 1990 से अब तक 26 सालों में हुईं तमाम नियुक्तियों की जांच की जा रही है। यह जांच हाईकोर्ट के निर्देश पर रिटायर आईपीएस डॉ. सुभाष आत्रे कर रहे हैं।
इसमें शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक के पद पर हुईं 1 हजार से अधिक नियुक्तियां शामिल हैं। इसमें कर्मचारियों की नियुक्तियों में अधिक गड़बड़ी जांच में सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक नियमों को दरकिनार कर हुई नियुक्यिों में कुछ पुराने प्रोफेसर के नाम भी सामने आ रहे हैं।
यह हैं जांच के बिंदु
जिन पदों पर नियुक्ति हुई हैं, वे पद थे या नहीं?
जिन पदों पर नियुक्ति हुई, उन्हें यूजीसी और शासन से मंजूरी थी या नहीं?
नियुक्ति वाले पदों को लेकर विज्ञापन जारी हुआ या नहीं?
नियुक्तियों के पहले कार्यपरिषद की मंजूरी ली गई या नहीं?
नियुक्तियों के लिए चयन समिति का गठन हुआ या नहीं?
शैक्षणिक योग्याता पूरी हुई या नहीं?
विवि भर्ती नियमों का पालन हुआ या नहीं?