
महिला का कहना है कि एसडीएम ने उसको दस्तावेजों पर दस्तखत करने के बहाने अपने बंगले पर बुलाया था, जहां उसके साथ बलात्कार किया। महिला का यह भी आरोप है कि किसी को बताने पर पूरे परिवार को जान से मरवाने की धमकी भी दी गई।
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित महिला की सास को नेशनल हाई-वे में हुये भूमि अधिग्रहण पर सरकार की तरफ से मुआवजा मिला था। जिसकी 1.57 लाख की रकम मिलनी बाकी था। इसी बीच महिला के खाते में छह लाख रुपये डाल दिये गये।
महिला का कहना है कि इस गलती की जानकारी मिलते ही एसडीएम ने महिला पर रुपये लौटाने का दबाव बनाना शुरू किया। जिस पर महिला ने तीन लाख रुपये लौटा भी दिये। बाकी रकम वो लौटाती इसके पहले ही एसडीएम ने उसके घर का चक्कर लगाना शुरू कर दिया। महिला का आरोप है कि उसे धमकाया गया। बाद में मकान की कुर्की भी कर दी गई।
इस मामले में आरोपी एसडीएम एमएल विजयवर्गीय से जब पक्ष जानना चाहा, तो उन्होंने कहा कि यह मामला पुलिस का है, वो जांच करे। एसपी राकेश जैन ने कहा कि जांच अधिकारी ही कुछ बता सकते हैं।
जब एडिशनल एसपी सीताराम से बात की गई तो उन्होंने महिला की शिकायत मिलने और जांच शाहपुर एसडीओपी को देने की बात कही है।