
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, प्रत्यूषा वही लड़की है जिसे पिछले वर्ष 7 जुलाई को उसकी सौतेली मां और पिता के चंगुल से मुक्त कराकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। प्रत्यूषा ने बताया था कि वह हैदराबाद के एलबी नगर में रहती थी जहां उसकी सौतेली मां श्मामाला उसका शोषण करने के साथ-साथ उससे मारपीट की थी और उसके बाद सीएम चंद्रशेखर राव ने पूरे राज्य के सामने उसे गोद लेने कि घोषणा की थी। बाद में प्रत्यूषा की इच्छानुसार उसका दाखिला नर्सिंग कोर्स में कराया गया।
प्रत्यूषा को बचाने के बाद इस मामले को हाईकोर्ट ने स्वंय संज्ञान लेते हुए प्रत्यूषा की जिम्मेदारी ले ली थी। तब ही सीएम चंद्रशेखर ने घोषणा की थी कि वह प्रत्यूषा को गोद लेकर उसकी देखभाल करेंगे। वेंकट जो एक साइकिल रिपेयर की दुकान में काम करता है, उसे अब कोर्ट का टेस्ट पास करना होगा।
हॉस्टल में रहने वाली प्रत्यूषा ने कुछ माह पूर्व ही स्टाफ को बताया कि उसे वेकंट रेड्डी नाम के लड़के से प्यार हो गया है और वही उसका 'एकमात्र फ्रेंड' है और वह अब पढ़ाई छोड़कर उससे शादी करना चाहती है। वेंकट ने बताया कि उसकी प्रत्यूषा के साथ पहली मुलाकात अस्पताल में ही हुई थी।
जैसा कि सर्वविदित है कि सीएम राव ने प्रत्यूषा को गोद लेने की घोषणा की थी और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद प्रत्यूषा ने सीएम को लंच पर आमंत्रित किया था जहा सीएम ने उसे भरोसा दिया था कि जब समय आएगा तो वो उसकी शादी करवा देंगे।