ग्वालियर। पिता कैंसर से पीड़ित है। डॉक्टर इलाज के लिए 10 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। पेसों का कहीं कोई बंदोबस्त नहीं हो पा रहा। अंतत: बेटे ने लूट करने की योजना बनाई। एक व्यापारी को धमकी भरा फोन किया और 20 लाख रुपए टैरर टैक्स मांगा, लेकिन बेटा प्रोफेशनल क्रिमिनल नहीं था, पुलिस ने घेराबंदी की और दबोच लिया। बेटा अब सलाखों के पीछे है और बाप कैंसर की जकड़ में।
जानकारी के मुताबिक, शहर के विनय नगर इलाके में रहने वाले सर्राफा कारोबारी को 11 मई को फोन पर एक बदमाश ने धमकाते हुए बीस लाख रुपए का टैरर टैक्स मांगा था। धमकी से डरे-सहमे कारोबारी जितेंद्र ने इस मामले की शिकायत क्राइमब्रांच में की थी।
एडिशनल एसपी दिनेश कौशल ने बताया कि, टैरर टैक्स मांगने वाले बदमाशों को पुलिस ट्रेस कर ही रही थी, इसी बीच मंगलवार की रात सर्राफा कारोबारी जितेंद्र के पास बदमाशों ने फोन किया और रात बारह बजे रुपए तैयार रखने को कहा। जितेंद्र ने फौरन पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम को खबर दी।
टीम ने जितेंद्र के विनयनगर स्थित मकान के आसपास सिविल ड्रेस में सिपाही तैनात किए। रात बारह बजे मोटर साइकिल पर दो युवक आते दिखे, जब क्राइमब्रांच ने इनको रोका तो पीछे बैठे बदमाश ने कट्टे से फायर कर दिया।
इसके जबाव में क्राइमब्रांच टीम ने भी फायर किए, जिसमें एक गोली पीछे बैठे बदमाश के पैर में लगी तो वो नीचे गिर पड़ा, जबकि दूसरा बदमाश भाग निकला। वहीं, जिस बदमाश को गोली लगी थी उसने अपना मयंक शुक्ला बताया, जबकि फरार होने वाला बदमाश रजत भार्गव था।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि रजत के पिता को कैंसर की बीमारी है, जिसके इलाज के लिए दस लाख रुपए की जरूरत है। लिहाजा, रजत और मयंक ने सर्राफा कारोबारी जितेंद्र माहेश्वरी से टैरर टैक्स मांगा था। फिलहाल पुलिस मयंक से पूछताछ कर रजत को दबोचने की कवायद में जुट गई है।