
गजनेर, गोलेरी इलाके के तत्कालीन गिरदावर, पटवारियों और कुछ अन्य लोग जो इस खरीद फरोख्त में शामिल रहे उनसे पूछताछ की गई है। इन जमीनों की खरीद महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के विस्थापितों से जुडी है। रेंज विस्थापितों के नाम पर जमीन का फर्जी आवंटन हुआ था। ऐसे ही फर्जी तरीके से आवंटित जमीन की खरीद में वाड्रा की कंपनी भी शामिल है। कुल 16 मामले हैं जिनमें 4 मामले वाड्रा की कंपनी से जुड़े हैं। हालांकि इस मामले में वाड्रा की कंपनी पहले ही जवाब दे चुकी है। फिर भी ईडी की इस कार्रवाई से वाड्रा की मुसीबतें बढ़ने की बात कही जा रही है।
ईडी की इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। केवल वे ऐसी किसी टीम आने की बात स्वीकारते हुए खुद के बाहर होने का हवाले दे रहे हैं।