
सिटी सेंटर स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय की रीडर शाखा से रिटायर्ड हो चुके विजय पाल सब इंस्पेक्टर थे। लम्बे समय से वह रीडर शाखा में पदस्थ थे और यहां क्या काम होता है उसकी बारीकियों को अच्छी तरह समझते थे। 31 मार्च को उनकी सेवा पूरी हुई तो एसपी ऑफिस में साथियों ने विदाई समारोह कर उन्हें विदाई भी दी। पर रिटायर्ड होने के बाद भी वह आम दिनों की तरह रोज एसपी ऑफिस आ रहे हैं। इतना ही नहीं जिस कुर्सी पर बैठकर वह पहले काम करते थे वहीं बैठकर उसी तरह फाइलों पर काम कर रहे हैं।
महत्वपूर्ण फाइलों पर कर रहे काम
रिटायर्ड होने के बाद भी काम कर रहे विजय पाल के पार रीडर शाखा में पैरोल, शिकायतें और केस डायरी आती हैं। सूत्रों से पता चला है कि एक केस डायरी पास करने पर अच्छा पैसा मिलता है। इसलिए उनका इस जगह से मोह खत्म नहीं हो रहा है।
अधिकारियों को भी है पता
ऐसा नहीं है कि विजय पाल के रिटायर्ड होने के बाद भी काम पर बैठने का अधिकारियों को पता नहीं है। सबकी जानकारी में यह मामला है, लेकिन कार्रवाई कौन करे। पुलिस कप्तान अभी शहर से बाहर हैं।