
पुलिस ने सहसपुर और बरेली से मुनीर के चार साथियों को पकड़ लिया है। हत्या में इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक भी बरामद कर ली गई है। मुनीर और शूट आउट में शामिल सहसपुर का ही उसका दूसरा साथी फिलहाल पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। मामला खुलने के बाद बुधवार को आधी रात तक आईजी, डीआईजी और एनआईए व एसटीएफ के आला अफसर बिजनौर में डटे थे और घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ने में जुटे थे।
एनआईए के डिप्टी एसपी तंजील अहमद की दुस्साहसिक हत्या से देशभर में भूचाल मचा था। बुधवार को जब पुलिस ने घटना की कड़ियां जोड़ी तो कातिल गांव का ही हिस्ट्रीशीटर मुनीर निकला। पुलिस पूछताछ में मुनीर के साथियों ने घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस महकमे के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि तंजील पर गोलियां सहसपुर के हिस्ट्रीशीटर मुनीर और यहीं के उसके साथी ने बरसाई थीं। बिजनौर के स्योहारा थाने की एक पुलिस चौकी पर देर रात तक आईजी विजय सिंह मीणा, डीआईजी ओंकार सिंह और एसटीएफ व एनआईए के आला अफसर मुनीर के चार साथियों से पूछताछ कर रहे थे।
बृहस्पतिवार को इस मामले का खुलासा पूरी तरह कर दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बिजनौर के सहसपुर गांव में शनिवार की रात एनआईए के डिप्टी एसपी मो. तंजील अहमद की गोलियों से भून कर हत्या कर गई थी। वारदात के समय वह शादी समारोह से लौट रहे थे। इस हत्या की गूंज लखनऊ और दिल्ली से पहुंची तो आठ टीमें खुलासे में लगा दी थी।