
तृप्ति ने कहा कि अब उनका अगला पड़ाव मस्जिद और दरगाह में महिलाओं को उनका हक दिलाना है। उन्होंने कहा कि हाजी अली दरगाह में महिलाओं के प्रवेश के लिए आगामी 28 अप्रैल को धरना-आंदोलन किया जाएगा।
मुंबई के हाजी अली में भी महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। इसको लेकर बांबे हाईकोर्ट में याचिका विचाराधीन है। धार्मिक स्थलों पर पुरुषों के साथ महिलाओं को समान अधिकार देने संबंधी हाईकोर्ट के आदेश के बाद करीब 20 धर्मनिरपेक्ष संस्थाओं और समाजिक कार्यकर्ताओं ने ‘हाजीअली सबके लिए’ फोरम का गठन किया है।
इस फोरम में वामपंथी विचारधारा से जुड़े संगठन डीवाईएफआई, नेशनल ट्रेड यूनियन आदि भी शामिल हैं। तृप्ति देसाई के अलावा जावेद आनंद और फिरोज मिठबोरवाला आदि इस फोरम के चेहरे हैं।
तृप्ति ने कहा कि यह फोरम हाजी अली दरगाह में महिलाओं के प्रवेश की इजाजत दिए जाने के लिए दरगाह ट्रस्ट के साथ बातचीत करेगा। यदि चर्चा से समाधान नहीं निकला तो 28 को आंदोलन किया जाएगा। इस संबंध में हाजी अली दरगाह ट्रस्ट की ओर से कोई बयान नहीं आया है। दरगाह के एक ट्रस्टी ने कहा कि यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है इसलिए इस पर कुछ नहीं कह सकते।