भोपाल। मप्र में पेयजल संकट किस स्तर तक पहुंच गया है, इसका ताजा उदाहरण है शिवपुरी शहर का यह मामला। यहां नगरपालिका ने पानी की सुरक्षा के लिए अद्धसैनिक बल CRPF को बुलाया है। आप जानकर चौंक जाएंगे कि CRPF भी पानी की सुरक्षा के बदले नगरपालिका से कोई चार्ज नहीं लेगी बल्कि उसे प्रतिदिन 5 टैंकर पानी मिलेगा।
शिवपुरी में पेयजल संकट इस हद तक पहुंच गया है कि नगरपालिका के पेयजल स्त्रोतों से भी पानी की चोरियां होने लगीं हैं। यहां सक्रिय पेयजल माफिया इतना ताकतवर है कि उसने आज तक यहां सिंध का पानी ही नहीं आने दिया। जो भी अधिकारी या नेता सिंध का पानी शिवपुरी लाने वाली योजना पर काम करता है या तो उसे खरीद लिया जाता है या फिर अधिकारी का तबदला हो जाता है।
शहर में पेयजल की सप्लाई पानी के टैंकरों से हो रही है। हवाईपट्टी पर स्थित एक मात्र सरकारी हाईडेंट ऐसा है जहां से टैंकरों में पानी भरा जा रहा है। इस पेयजल स्त्रोत पर भी पेयजल माफिया ने कब्जा कर रखा है। नगरपालिका के लाख प्रयास के बावजूद वो सरकारी हाईडेंट को माफिया के चंगुल से मुक्त नहीं करा पाई है। पुलिस भी इस मामले में नाकाम साबित रही है।
इसके चलते नगरपालिका अब CRPF से एक अनुबंध करने जा रही है। CRPF को भी पेयजल की जरूरत है। उसने नगरपालिका से 8 टैंकर पानी मांगा है। नगरपालिका ने 5 टैंकर पानी देना मंजूर कर लिया है परंतु बदले में उसने हाईडेंट पर सीआरपीएफ की सिक्यूरिटी की मांग की है। CRPF यहां अपने 5 सैनिक तैनात करने के लिए तैयार हो गई है। रिपोर्ट: ललित मुदगल, ब्यूरो शिवपुरी