इलाहाबाद। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर के अनुरोध को स्वीकार कर गर्मियों की छुट्टियों में भी केसों की सुनवाई करने का इलाहाबाद हाईकोर्ट के 68 जजों ने सहमति दी है। ऐसा करने वाला इलाहाबाद हाईकोर्ट देश का पहला हाईकोर्ट है। चीफ जस्टिस डॉ. डीवाई चन्द्रचुड़ की पहल पर हाईकोर्ट के 68 जजों ने अभी तक गर्मी की छुट्टियों में भी न्यायिक काम करने की अपनी सहमति दी है। चीफ जस्टिस आफ इंडिया ने इसके लिए हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की सराहना की है।
हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी पत्र के मुताबिक चीफ जस्टिस ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्यों व सीनियर जजों से भी गर्मी की छुट्टी में न्यायिक काम करने की सहमति ली है। बार के पदाधिकारियों व सीनियर जजों के साथ इस संबंध में चीफ जस्टिस की मीटिंग में निर्णय लिया गया है कि गर्मी की छुट्टी के दौरान जेल अपीलों जिसमें अपराधी जेलों में सजा काट रहे हैं। साथ ही सरकार द्वारा दायर क्रिमिनल अपीलों की सुनवाई जज वरीयता के आधार पर करेंगे। यही नहीं कुछ कोर्ट पुराने क्रिमिनल अपीलों की भी सुनवाई करेगी। इन सभी केसों को नोटिफाई कर दिया जाएगा, ताकि वकील अपनी सहमति दे सके।
हाईकोर्ट जजों ने पहली बार अपनी 15 दिन की गर्मी की छुट्टी का त्याग किया है। हाईकोर्ट ने प्रतिवर्ष गर्मी की छुट्टी एक जून से 30 जून तक होता है और इस दौरान केवल जरूरी मुकदमों की ही सुनवाई की जाती है। परन्तु इस बार पूरी गर्मी की छुट्टी में कोर्ट काम करेगी और जेल में सजा काट रहे अपराधियों की अपीलों पर सुनवाई करेगी।