नई दिल्ली। तिहाड़ जेल से रिहाई के कुछ घंटे बाद देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार गुरुवार रात विश्वविद्यालय परिसर पहुंचकर जोरदार भाषण दिया। भाषण में कन्हैया ने भाजपा और एबीवीपी पर जोरदार हमले किये और मोदी सरकार के खिलाफ जंग छेड़ने का आह्वान किया। करीब 45 मिनट के अपने लंबे भाषण में कन्हैया ने पीएम मोदी पर सीधा हमला किया और पुलिस के साथ बिताए पल जेएनयू के साथ साझा किया।
कन्हैया ने पीएम मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप 'मन की बात' करते हैं, लेकिन सुनते नहीं हैं। देश में जो कुछ हो रहा है, वह खतरनाक प्रवृत्ति है। हम देश को लूटने वालों से आजादी चाहते हैं। हम भारत से नहीं, बल्कि भारत में ही आजादी चाहते हैं। कन्हैया ने सवाल किया कि देश के अंदर चल रही समस्या से आजादी मांगना गलत है? समस्या से आजादी मांगना गलत है क्या? अत्याचार के खिलाफ जेएनयू ने हमेशा आवाज उठाई है। हम भुखमरी, भ्रष्टाचार से आजादी चाहते हैं। हमारी लड़ाई कमजोर नहीं पड़ेगी क्योंकि हम संविधान पर भरोसा करते हैं। मेरा ही भाई किसान भी, मेरा ही भाई जवान भी। किसानों के बारे में सरकार चुप क्यों है?
मैं किसी राजनीतिक पार्टी के पक्ष में नहीं हूं, क्योंकि मेरी अपनी एक विचारधारा है। मैं किसी राजनीतिक पार्टी के पक्ष में नहीं हूं। लेकिन यह बात गलत है कि जो लोग जेएनयूके के पक्ष में बोल रहे हैं उन्हें देशद्रोही कहा जा रहा है। लोगों ने जेएनयू का नहीं सच और सही का साथ दिया है। आप सच को झूठ नहीं बना सकते। संघर्ष को जितना दबाओगे उतना ही उठेगा। भाजपा की कोशिश चीजों को भटकाना है।
कन्हैया के जेएनयू पहुंचते ही पूरे परिसर में जश्न का दौर शुरू हो गया। गौरतलब है कि कन्हैया की रिहाई की मांग को लेकर इसी परिसर में लगातार प्रदर्शन हो रहे थे। कन्हैया की एक झलक पाने के लिए छात्र और शिक्षक गंगा ढाबा पर बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उन्होंने गंगा ढाबा से प्रशासनिक खंड तक एक विजय मार्च निकालने की योजना बनाई थी। ढोल और डफलियों के साथ कुछ लोग ब्रह्मपुत्र छात्रावास के बाहर भी खड़े थे ताकि कन्हैया के साथ वे मार्च में हिस्सा ले सकें। कन्हैया ब्रह्मपुत्र छात्रावास में ही रहते हैं।