नई दिल्ली। यहां बेगमपुर इलाके में एक मदरसा स्टूडेंट का ‘जय माता की’ न बोलने पर हाथ तोड़ने का कुछ लोगों पर आरोप लगा है। घटना में स्टूडेंट्स के दो साथियों को भी चोट लगी है। बताया जा रहा है कि एक ग्रुप ने इन लोगों पर हमला किया था। पुलिस का कहना है आपसी विवाद के चलते झगड़ा हुआ।
घटना 26 मार्च की बताई जा रही है। आरोप है कि एक ग्रुप ने 'जय माता की' न कहने पर मदरसे में पढ़ने वाले 18 साल के दिलकश और उसके दो दोस्तों अजमल-नईम को बुरी तरह पीटा। दिलकश के मुताबिक, 'मैं और मेरे दोस्त बांस वाला पार्क में घूम रहे थे। पार्क हमारे मदरसे से करीब 300 मीटर की दूरी पर है। तभी हम लोगों पर कुछ लोगों ने हमला किया। उन्हें हमें इसलिए निशाना बनाया क्योंकि हम टोपी पहने हुए थे।' दिलकश ने बताया, 'उन्होंने हमसे ‘जय माता की’ नारा लगाने को कहा।'
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस आपसी विवाद को पिटाई की वजह बता रही है। पुलिस के मुताबिक क्रिकेट खेलने के दौरान बॉल लगने से शिकायतकर्ता ने एक लड़के को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद दो गुटों में लड़ाई हो गई। डीसीपी विक्रमजीत सिंह के मुताबिक, 'मंगलवार को सेक्शन 323 (घायल करने), 325 (जानबूझकर गंभीर नुकसान पहुंचाने), 341 (गलत तरीके से विरोध करने) और आईपीसी की धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।'
सिंह ने बताया, 'हम मेडिको-लीगल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। दिलकश की शिकायत के आधार पर FIR रजिस्टर कर ली गई है। उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया है। दिलकश ने बताया था कि उनसे जबरदस्ती माता की जय बोलने को कहा गया था।' दिलकश ने बताया, एक हमलावर ने उसके दोस्त अजमल को इसलिए मारा क्योंकि उसने जय माता की बोलने से मना कर दिया। जब मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की तो मुझपर हमला कर दिया।
मदरसा कमेटी के मेंबर बिलाल के मुताबिक, 'इस इलाके में कई कम्युनिटीज के लोग रहते हैं। मैंने कभी ऐसे हमले की बात नहीं सुनी। हमारी पुलिस से रिक्वेस्ट है कि आरोपियों को जल्द अरेस्ट करे। '