
एसपी राजीव रंजन ने एसडीपीओ कामिनी बाला को जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। एसडीपीओ ने बताया कि जेल अधीक्षक ने वीडियो में किशोरी के साथ होने की बात मानी है, लेकिन उसे बेटी समान बताया है। एसडीपीओ ने कहा कि वीडियो में जिस प्रकार की हरकत दिख रही है वह घोर आपत्तिजनक है। पिछले दो वर्षों से सप्लायर का घर जेल अधीक्षक के मौज मस्ती का अड्डा बना हुआ था। चूंकि सप्लायर को इस बार टेंडर नहीं मिला तो जेल अधीक्षक ने सप्लाई का ऑर्डर दिलाने का भरोसा दिया था।
पहले कैदी से यौनाचार का लगा था आरोप
जेल अधीक्षक पांडेय पर 7 माह पहले भी कैदी के साथ अप्राकृतिक यौनाचार का मामला दर्ज हुआ था। उस समय वे जेलर थे। तत्कालीन डीएम अनिमेष पराशर ने पांडेय की हरकतों पर जेल आईजी को रिपोर्ट भेजी थी। कार्रवाई तो दूर, दो माह बाद पांडेय को अधीक्षक बना दिया गया। उनकी हरकतें और बढ़ती गईं।