
शिवरात्रि के बाद नौ मार्च को पूर्ण आहुति का कार्यक्रम चल रहा था। इसमें शामिल होने पं. द्विवेदी के रिश्तेदार कमलेश शर्मा भी अपने दस वर्षीय बेटे देवेंद्र के साथ गंजबासौदा से आए थे। पूर्ण आहुति खत्म करने के बाद सभी भंडारे में व्यस्त हो गए। इस दौरान पं. द्विवेदी की पांच वर्षीय बेटी कृष्णा और देवेंद्र हवनकुंड के पास खेलने लगे। दोपहर करीब तीन बजे खेलते वक्त देवेंद्र कुंड में जा गिरा। इलाज के दौरान उसने गुरुवार दोपहर दम तोड़ दिया। खजूरी पुलिस ने शून्य पर केस दर्ज कर केस डायरी चूना भट्टी थाने को भेजी है।