
सिंधिया ने सवाल पूछा कि एयरबेस में ऑपरेशन की कमान सेना को क्यों नहीं सौंपी गई? इसके जवाब में रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकी एयरबेस में 2 जनवरी की सुबह 3.11 मिनट पर घुसे थे। इस तथ्य पर सिंधिया ने आपत्ति जताई तो पार्रिकर ने उनसे पूछा- आपको ये कैसे पता क्या आप आतंकियों के संपर्क में थे?
सिंधिया और पर्रिकर के बीच जब यह नोक-झोंक चल रही थी तब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी दोनों सदन में मौजूद थे लेकिन बहस के बीच दोनों में से कोई नहीं बोला। हालांकि, बाद में राहुल गांधी ने कहा कि मंत्री जवाब देने में नाकाम रहे। सिंधिया ने ऑपरेशन के दौरान एजेंसियों के बीच तालमेल की कमी का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जब पठानकोट में आतंकी हमला हुआ, तब प्रधानमंत्री कर्नाटक में योगा कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे।
सिंधिया ने कहा कि गृह मंत्री दावा कर रहे थे कि सभी आतंकी मारे गए, जबकि गृह सचिव कह रहे थे कि ऑपरेशन अभी जारी है। उन्होंने कहा कि हमले के वक्त रक्षा मंत्री पार्टी वकर्स को अटेंड कर रहे थे। राजनाथ के साथ तालमेल पर रक्षा मंत्री ने कहा कि ट्वीट में गलती हो गई थी, जिसे तुरंत सुधार लिया गया था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में कहा कि आज तक यह भी नहीं पता चल पाया है कि हमलावर आतंकियों की संख्या आखिर कितनी थी। सिंधिया ने कहा कि गृहमंत्री ने पहले ट्वीट किया और फिर उसे डिलीट कर दिया। आज तक हम नहीं जानते कि वहां पांच आतंकी थे या छह। सिंधिया ने कहा कि पूर्व रॉ चीफ एएस दुलत ने पूछा है कि आखिर आतंकी घुसपैठ में कैसे कामयाब रहे? कैसे उन्हें 24 घंटे तक घूमने दिया गया?