क्या अंग्रेजों के दलाल बतायेंगे कि राष्ट्रवादी कौन ?

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने गत् 11 फरवरी-16, को दिल्ली के जेएनयू में हुई प्रायोजित घटना के खिलाफ कल 21 फरवरी को प्रदेश भाजपा द्वारा सभी 761 मंडलों में मनाये जाने वाले ‘‘धिक्कार दिवस’’ को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि क्या अंग्रेजों के दलाल, ब्रिटिश हुकूमत से भत्ता लेने वाली और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्यारी विचारधारा अब बतायेगी कि राष्ट्रवादी कौन है?  

आज यहां जारी अपने बयान में श्री मिश्रा ने अपनी पार्टी के अभिमत को स्पष्ट करते हुए कहा है कि उसकी दृष्टि में राष्ट्रद्रोहियों को लेकर किसी भी तरह का और कोई भी संशय नहीं है, क्योंकि राष्ट्रवाद की स्थापना में देश में सर्वाधिक बलिदानों और संघर्ष का इतिहास सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस पार्टी का ही रहा है। इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर कांग्रेस के खिलाफ कुप्रचार करने वाली और देश-प्रदेश में कल 21 फरवरी को ‘‘धिक्कार दिवस’’ मनाने वाली भाजपा से निम्न विचारणीय 21 प्रश्नों का जवाब मांगा है। 
  1. अपनी विचारधारा के खिलाफ असहमति दर्ज कराने वालों की हत्या करवा देना, सत्ता के दंभ में उन्हें राष्ट्रद्रोही करार देना संघी विचारधारा का जन्मसिद्ध अधिकार है। देश के विभाजन के दौरान भारत से पृथक हो रहे पाकिस्तान को महात्मा गांधी द्वारा 50 लाख रूपये दिये जाने की वैचारिक असहमति को लेकर उनकी हत्या करवा देना और संघ विचारधारा के विरूद्ध भाषण देने वाले जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और गुजरात में पाटीदार आरक्षण का नेतृत्व करने वाले हार्दिक पटेल को ‘‘अपने से असहमति’’ का पुरस्कार ‘देशद्रोही’ के रूप में देना, क्या राष्ट्रधर्म है?   
  2. भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इसका विरोध करने वाले सावरकर को क्या महात्मा गांधी ने राष्ट्रद्रोही कहा था?
  3. जम्मू-कश्मीर में पीडीपी आतंकवादी अफजल गुरू को शहीद मानती है, भाजपा, सरकार में उसकी राजनैतिक भागीदार क्यों बनी?
  4. जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय ने अनुच्छेद-226 के तहत एक याचिका में धारा-370 के तहत विशेषाधिकार देकर जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा होने के बावजूद भी अलग झंडे के उपयोग करने का आदेश पारित किया, इस आदेश को लेकर क्या भाजपा की निगाह में जज और अपीलकर्ता राष्ट्रद्रोही हैं?
  5. 01 मार्च-15, को जम्मू-कश्मीर में ही भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार के शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में मंच पर तिरंगा और जम्मू-कश्मीर का झंडा अलग से लगाया गया था, क्या यह किसी राष्ट्रद्रोह से कम था?
  6. भाजपा के पुरोधा श्यामाप्रसाद मुखर्जी की विचारधाराओं में एक विधान और एक निशान को हमेशा तरजीह दी गई, उस दृष्टि से भी दो निशान (झंडे) वाले मंच पर उक्त भाजपा नेताओं की मौजूदगी भाजपा की निगाह में क्या मुखर्जी का सम्मान है?
  7. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री स्व. मुफ्ती मोहम्मद सईद ने इसी शपथ समारोह के बाद जम्मू-कश्मीर में पीडीपी की सरकार बनने पर अलगाववादियों, आतंकवादियों और पाकिस्तान को धन्यवाद दिया था, भाजपा बताये क्या यह भी राष्ट्रधर्म है?
  8. जेल से रिहा आतंकवादी मसर्रत, जिसने वर्ष 2010 में कश्मीर की आजादी का नारा लगाकर आंदोलन किया, जिसमें 100 से अधिक नौजवानों की मौत हो गई थी, यूपीए सरकार ने मसर्रत को गिरफ्तार किया, पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार ने शपथ लेने के तुरंत बाद ही किस राष्ट्रधर्म के तहत इसे रिहा कराया? 
  9. पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी द्वारा अलगाववादी हुर्रियत नेताओं को चर्चा हेतु आमंत्रित किया जाना भाजपा की निगाह में राष्ट्रद्रोह था या राष्ट्रधर्म? 
  10. एनडीए की सत्ता में भागीदार रही पीएमके पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के हत्यारों को आतंकवादी न मानते हुए लिट्टे के समर्थन में नारे लगाते हैं, भारतीय गणतंत्र ने लिट्टे को प्रतिबंधित संगठनों की सूची में शामिल कर रखा है, उसके प्रमुख ‘वायको’ को किस राष्ट्रप्रेम की वजह से बतौर मंत्री एनडीए में शामिल थे?
  11. पंजाब में जरनैलसिंह भिंडरावाले और पूर्व मुख्यमंत्री बेअंतसिंह के हत्यारे भुक्कल की समर्थक और भारतीय संसद के सामने संविधान फाड़ने/जलाने वाला अकाली दल भाजपा की निगाह में क्या राष्ट्रवादी है? 
  12. जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाये जाने के आरोप में राष्ट्रद्रोह का प्रकरण दर्ज किया गया है, जबकि 06 दिसम्बर, 1992 में बाबरी विध्वंस को लेकर लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती, विनय कटियार सहित अन्य कई भाजपा नेताओं के खिलाफ भी  धारा-124 बी, के तहत राष्ट्रद्रोह का प्रकरण दर्ज है, एक ही धारा के तहत दर्ज प्रकरणों को लेकर भाजपा की व्याख्या क्या है?
  13. कन्हैया कुमार कथित तौर पर पाकिस्तान प्रेम की वजह से भाजपा की निगाह में राष्ट्रद्रोही है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ समारोह में नवाज शरीफ को आमंत्रित कर उन्हें बिरयानी परोसना, पाकिस्तान के बिना आमंत्रण, प्रोटोकाॅल के विपरीत अचानक प्रधानमंत्री मोदी का पाकिस्तान पहुंचना, नवाज शरीफ की माँ के पैर छूना कौन सा राष्ट्रधर्म है?
  14. पूर्व प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी द्वारा पाकिस्तान जाकर जिन्ना की मजार पर उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए उन्हें ‘सेक्यूलर’ लिखना, कौन सा राष्ट्रधर्म था?
  15. कुख्यात आतंकवादी अजहर मसूद जो पाकिस्तान में रहकर आज भी अपने आतंकी मंसूबों को अंजाम दे रहा है, उसे तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंतसिंह द्वारा भारतीय वायुसेना के विमान में ले जाकर सम्मानपूर्वक रिहा करना क्या राष्ट्रधर्म था?
  16. अफजल गुरू की बरसी का विरोध तो जायज है, किंतु बापू के चश्में का ‘स्वच्छता अभियान’ में उपयोग करने वाली विचारधारा द्वारा पर्दे के पीछे रहकर गोडसे का मंदिर बनवाने में सहयोग करना, जयंती-पुण्यतिथि मनाकर चित्र पर माल्यार्पण करना कथित राष्ट्रभक्तों की कौन सी राष्ट्रभक्ति है?
  17. एनडीए के चहेते सुब्रमण्यम स्वामी ने जेएनयू में ‘जेहादियों’ के पैदा होने की बात कही है, जबकि इसी विश्व विद्यालय से एनडीए में काबिज कई मंत्री, राजनायिक, राजदूत सहित कई नामचीन नौकरशाह शिक्षा प्राप्त हैं, क्या भाजपा इन सभी को राष्ट्रद्रोही मानती है? 
  18. भाजपा विधायक ओ.पी. शर्मा एवं भाजपा से जुड़े विक्रम चैहान द्वारा पटियाला हाऊस कोर्ट परिसर में पत्रकारों, छात्र-छात्राओं से मारपीट करना, फिर यह कहना कि यदि यह गुंडागर्दी है तो हम ऐसी गुंडागर्दी हमेशा करेंगे, क्या यह राष्ट्रधर्म है?
  19. देश की आजादी के नायक रहे एक बलिदानी परिवार से संबद्ध राष्ट्रभक्त, कांगे्रस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को ‘शूट’ कर देने का सार्वजनिक एलान कर देने वाले गोडसे के वंशज ‘‘राजस्थान के विधायक कैलाश चैधरी’’ के इस राजनैतिक आतंकवाद परोसने वाले बयान पर भाजपाई प्रतिक्रिया क्या होगी?
  20. भारतीय गणतंत्र दिवस को अभा हिन्दू महासभा द्वारा मेरठ (उप्र) में 26 जनवरी, 16 को ‘काला दिवस’ मनाया जाना सीधा राष्ट्रद्रोह है, धिक्कार दिवस मनाने वाले चुप क्यों रहे?    
  21. हैदराबाद में दलित छात्र रोहित वेमुला द्वारा की गई आत्महत्या के बाद जेएनयू में छात्र संघ के दलित अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ अब तक साबित नहीं हो पाये देशद्रोही मामले को देखते हुए क्या यह कहना गलत होगा कि मनुवादी विचारधाराओं की पोषक  अपने गुप्त एजेंडे के तहत अब अल्पसंख्यकों के बाद दलितों को उसे सौगात में मिले अधिकार के तहत जानबूझकर निशाना बना रही है, एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र में वर्ग संघर्ष का बीजारोपण करना किस राष्ट्रधर्म का प्रतीक है?

श्री मिश्रा ने भाजपा से आग्रह किया है कि यदि उसमें राजनैतिक और अपनी विचारधाराओं के प्रति जरा भी नैतिकता है तो राष्ट्रधर्म के व्यापक सम्मान को देखते हुए उक्त प्रश्नों का बिंदुवार उत्तर देना चाहिए। उन्होंने चुनौती भरे शब्दों में यह भी कहा है कि भाजपा यदि चाहे, तो कांगे्रस इस विषय पर उसके द्वारा निर्धारित परिसर में बहस के लिए तैयार है। 

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