
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कर्ज के बदले जबरन मजदूरी करने वालों को तत्काल प्रभाव से मजदूरी के बंधन से मुक्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक इस कार्य की व्यक्तिगत जवाबदारी के साथ निगरानी करेंगे। कर्ज के आधार पर जबरन मजदूरी करवाने वालों को जेल भेजेंगे। उन्होंने ने बताया कि उनके विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री कोमल सिंह जबरन मजदूरी और गरीबों के कल्याण के लिये संचालित अन्य योजनाओं की जमीनी हकीकत की समीक्षा के लिये प्रदेश का भ्रमण करेंगे। उन्होंने बताया कि कलेक्टर जबरन मजदूरों के रोजगार और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा करेंगे। इसकी निगरानी वरिष्ठ संभागीय अधिकारी द्वारा की जायेगी।
श्री चौहान ने उपस्थित सभी मजदूरों को मुख्यमत्री निवास में भोजन के लिये आमंत्रित किया और उन्हें उनके गांव तक छुड़वाने की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिये हैं।