भोपाल। विवादित बयानों के सहारे राष्ट्रीय नेता बनने निकले कैलाश विजयवर्गीय का टारगेट लगता है सही निशाने पर जा लगा है। सारे देश में कैलाश विजयवर्गीय के पुतले जलाए जा रहे हैं। विजयवर्गीय इस बार दलितों के निशाने पर हैं। एक टीवी इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या अमीर खान बीजेपी में शामिल हो तो उनका सम्मान होगा तो उन्होंने कहा कि हम जब वाल्मीकि जैसे चोर डाकू का सम्मान कर सकते हैं तो अमीर खान का सम्मान क्यों नहीं कर सकते।
दलित नेताओं का कहना है की यह भगवान वाल्मीकि का अपमान है। ऐसा बयान बीजेपी की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। पिछले 2 दिनों में दर्जन भर से ज्यादा इलाकों में कैलाश विजयवर्गीय के पुतले जलाए जा चुके हैं। सिलसिला लगातार जारी है। देखना यह विवादित बयानों पर अक्सर अड़े रहने वाले विजयवर्गीय इस बयान पर कितनी देर तक टिक पाते हैं।