
कहा जाता है कि 1982 से वो कब्रों में दफनाने के लिए पेशगी की रकम देता आ रहा है. कहा जाता है कि इसी कब्रिस्तान में दाऊद के पिता इब्राहिम भी हैं. दाऊद का भाई को भी यहीं जगह दी गई. दाऊद चाहता था कि उनका छोटा भाई नूरा को भी यहीं दफनाया जाए, नूरा की 2009 में पाकिस्तान में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी, लेकिन उसे कराची में ही गुमनाम जगह दो गज जमीन मिली. तो क्या हम मान लें कि दाऊद का भी यही अंजाम होने वाला है. दाऊद इब्राहिम का पूरा नाम दाऊद इब्राहिम कसकर है. आपको बता दें कि दाऊद आज भी पाकिस्तान में रहकर भारत में अपने नापाक इरादों को अंजाम दे रहा है.