
कोर्ट में बात जब निपटारे की आई, तो लड़की पक्ष की ओर से कहा गया कि हमें एकमुश्त 28 लाख रुपए चाहिए, तभी तलाक होगा. जिसके जवाब में युवक ने कहा कि, '28 नहीं, मैं 30 लाख रुपए देने तैयार हूं. बस, आप मेरा तलाक करा दो. मैं अब इस औरत के साथ नहीं रहना चाहता.'
उसकी बात सुनकर जज और अन्य लोगों को भरोसा नहीं हुआ. हालांकि, जब उसने 28 के जगह जब 30 लाख का चेक काटकर हाथों हाथ दिया, तो कोर्ट रूम में मौजूद सब लोग अवाक रह गए. इसके बाद आपसी सहमति से तलाक की प्रक्रिया को पूरा किया गया.
यह वाकया इंदौर शहर का है. जहां एक कपड़ा व्यापारी का तीन-चार साल पूर्व इंदौर की ही एक युवती से विवाह हुआ था. जिसके बाद आपसी सामंजस्य के अभाव व एक-दूसरे पर अविश्वास के चलते दंपति के बीच घरेलू विवाद बढ़ने लगा और कुछ माह पहले युवती ससुराल से आकर मायके में रहने लगी. ससुराल पहुंचने के बाद महिला ने भरण-पोषण से लेकर प्रताड़ना तक के मामले पति के खिलाफ दर्ज करा दिए. इस मामले की सुनवाई बीते दिनों से कुटुम्ब न्यायालय में चल रही थी.