भोपाल। आईएएस की नौकरी छोड़ने वाले 2014 बैच के रोमन सैनी से सरकार लगभग 10 लाख रुपए की वसूली करेगी। ये राशि सैनी के प्रशिक्षण सहित वेतन आदि में खर्च की गई थी। सामान्य प्रशासन विभाग ने केंद्र सरकार से पत्र मिलने के बाद इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
आईएएस बनने की तैयारी करने वाले युवाओं को ऑनलाइन कोचिंग के लिए सैनी ने आईएएस की नौकरी छोड़ दी है। उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ये काम शुरू किया है। जबलपुर कलेक्टर एसएन रूपला ने बताया कि सैनी ने यहां सहायक कलेक्टर के तौर पर चंद दिनों ही काम किया। शुरुआत से ही कुछ अलग करने की चाहत के चलते उनका कहना था कि आईएएस बनकर सिर्फ प्रदेश में ही काम कर सकता हूं, जबकि ऑनलाइन माध्यम से कइयों की मदद की जा सकती है।
सैनी ने अपने मित्र गौर मुंजाल के साथ मिलकर एजुकेशन स्टार्ट-अप अनएकेडमी शुरू की है, वहीं नौकरी छोड़ने की वजह से सामान्य प्रशासन विभाग ने मसूरी में प्रशिक्षण के दौरान उन पर हुए खर्च करीब छह लाख और मध्यप्रदेश में पदस्थापना के दौरान मिले वेतन, भत्ते, शासकीय आवास, गाड़ी सहित अन्य खर्चों की वसूली की तैयारी की है। मंत्रालय अधिकारियों ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान यदि अधिकारी नौकरी छोड़ता है तो उसे पूरा खर्च देना होता है।