भोपाल। राजधानी में रोज स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले औसतन 10 मरीज मिले रहे हैं। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल इंस्टीट्यूट से जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के कारण स्वास्थ्य विभाग इन्हें स्वाइन फ्लू का मरीज नहीं मान रहा है। लेकिन इन मरीजों काे स्वाइन फ्लू का इलाज दिया जा रहा है।
पड़ताल में पता चला है कि शहर में 21 दिन में स्वाइन फ्लू के 143 संदिग्ध मरीज मिले । इनमें से 10 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है । अभी तक 3 मरीजों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अफसर बजाए इलाज में गंभीरता बरतने के, मरीजों के घर का पता रिकॉर्ड करने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। इसकी वजह है कि कागजों पर शहर के आंकड़े कम दिखाए जा सकें। इस बीमारी के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों के इंतजाम भी नाकाफी हैं। लिहाजा संदिग्ध मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। सरकारी अमले के इंतजाम पर लोगों को कितना भरोसा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हमीदिया व जेपी अस्पताल में बहुत ही कम मरीज पहुंचे।
- 143 संदिग्ध मरीज शहर में 21 दिन में मिले
- 10 मरीजों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
- 03 की इस बीमारी से हो चुकी है मौत