
फोरम के संयोजक डॉ मोहनलाल पाटिल ने आरोप लगाते हुए कहा कि दलित आदिवासी आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। इन्हें न्याय दिलाने के इरादे से दलित आदिवासी फोरम बनाने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि नौ सूत्रीय मांगों को लेकर धरना देंगे।
थेटे ने कहा हां, मुझे धरने के लिए फोरम का बुलावा आया है। मैं इसमें जरूर जाऊंगा व अपनी बात रखूंगा। जाति प्रमाण पत्र के लिए 65 साल का रिकार्ड नहीं मांगा जाए, दलितों के साथ अन्याय बंद हो, सफाई कर्मचारियों को नौकरी दी जाए, ठेका सिस्टम बंद किया जाए, प्रदेश में आज तक मुख्य सचिव, लोकायुक्त कोई दलित आदिवासी नहीं बना है, इस ओर ध्यान दिया जाए।