
ज्ञापन में प्रमुख माॅगें है अतिथि शिक्षकों का नियमितीकरण कार्यरत अतिथि शिक्षकों की जगहों को भरा हुआ माना जाये अतिथि शिक्षकों को बी.एड.डी.एड. की अनिवार्यता से मुक्त रखा जाय इस संबंध में अतिथि शिक्षकों ने राज्य अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र त्रिपाठी को भी अवगत कराया किंन्तु त्रिपाठी द्वारा केवल अतिथि शिक्षकों की मानदेय को बढ़ाने की बात की गई लेकिन अतिथि शिक्षक संघ का कहना है कि हम शासन के साथ है प्रदेश की आर्थिक स्थिति को देखते हुये हम वर्तमान मानदेय पर ही कार्य करने को तैयार है हमें सिर्फ नियमित किया जाय, हमें वेतन वृद्धि नही चाहिये।
ज्ञातव्य है कि अतिथि शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष इन्द्रपाल पटेल के बालाघाट चले जाने के कारण उनके प्रतिनिधि के रूप में शिवललन कुषवाहा ने श्री पाटीदार को ज्ञापन सौंपा जिनके साथ गजेन्द्र सिंह, सतीष त्रिपाठी, चन्द्रमोहन उरमलिया, दिनेष प्रसाद रावत, सुषील कुमार, कमलेष प्रजापति, ज्ञानेन्द्र मिश्रा, रामटहल रजक, कैलाष गुप्ता, सत्यनारायण षुक्ला, दिवाकर षुक्ला तथा सैकड़ों की तादाद में अतिथि षिक्षक षामिल रहे।