
क्या हैं महिला के आरोप
बुधवार को मेरे जेठ रामानंदी निर्वाणी अखाड़े के महंत दिग्विजयदास दो महिलाओं और एक बाबा को लेकर आए और मेरे साथ मारपीट की और मेरे और बहन के कपड़े फाड़ दिए।
वे मुझे कोर्ट में चल रहे दहेज़ के केस में राजीनामा करने के लिए धमका रहे थे।
2010 में मेरी शादी महंत के छोटे भाई से हुई थी।
शादी के बाद ससुराल वाले दहेज़ के लिए प्रताड़ित करने लगे थे।
बाद में जेठ शोषण करने लगे। मैंने विरोध किया तो उन्होंने दो साल तक मेरे साथ रेप किया।
अब उनकी नजर मेरी बहन पर है। वे उसे उनके पास भेजने के लिए दबाव बना रहे हैं।
बहन का आरोप
रामानंदी निर्वाणी अखाड़े के महंत दिग्विजयदास ने मुझसे कहा कि तुम आ जाओ, तुमको फूल के जैसे रखूंगा।
महंत की सफाई
महंत दिग्विजयदास का कहना है कि महिला के परिवार को शादी के लिए अंकपात स्थित एक आश्रम में किराए पर मकान दिलाया था। महिला उस मकान पर कब्जा करना चाहती है। उसके आरोप झूठे हैं। वह पूर्व में भी हमारे खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर चुकी है, जिसमें न्यायालय में प्रकरण चला और हमें दोषमुक्त किया गया है।