कोलकाता। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है. अब जल्द से जल्द यहां राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा करना हमारी प्राथमिकता है. भव्य राम मंदिर बनाने के लिए बलिदान देने को तैयार रहना होगा.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने अमर शहीद राम-शरद कोठारी प्रतिभा सम्मान समारोह के अवसर पर सांइस सिटी प्रेक्षागार में अपने उदगार व्यक्त करते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने अपने जीवन काल में ही भव्य राम मंदिर के निर्माण की आशा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में हमारी पहचान संस्कृति है. सबको स्वीकारते हुए विविधता में भी एकता, यही हमारी पहचान है.
इसके प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम हैं. संघ प्रमुख ने हजारों वर्ष पुरानी हमारी सांस्कृतिक विरासत के अनोखेपन को उद्धृत करते हुए कहा कि हजारों साल से खेती के बाद भी हमारी भूमि की उर्वरता समाप्त नहीं हुई जबकि अन्य देशों में 100-200 वर्षों में ही जमीन बंजर हो जा रही हैं. हमारी जमीनें अभी भी उर्वरक हैं, इसकी वजह हमारी वैदिक संस्कृति है.
