
मुख्यमंत्री ने इस संबंध में कार्मिक विभाग से मैदानी अफसरों की पूरी सूची तलब कर ली है। 21 से 23 तक विधायकों से होने वाली वन-टू-वन चर्चा के बाद मनमानी करने वाले मैदानी अफसरों के भी तबादले किए जा सकते हैं। मंत्रालय सूत्रों की मानें तो होशंगाबाद संभागीय आयुक्त वीके बाथम, ग्वालियर संभागीय आयुक्त केके खरे और शहडोल संभागीय आयुक्त डीपी अहिरवार को हटाया जा सकता है, वहीं कलेक्टर टीकमगढ़ केदारलाल शर्मा, कलेक्टर सतना संतोष मिश्रा, कलेक्टर रायसेन जेके जैन, कलेक्टर मंडला लोकेश जाटव और कलेक्टर छतरपुर मसूद अख्तर बदले जा सकते हैं।
इसके अलावा सागर कलेक्टर एके सिंह 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, ऐसी स्थिति में प्रमोटी अफसर राजेश जैन संचालक लोक शिक्षण को कलेक्टर बनाया जा सकता है।
मंत्रालय में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एवं राजस्व विभाग केके सिंह और प्रमुख सचिव पीएचई विभाग अश्विनी राय के विभाग बदले जा सकते हैं। इसी प्रकार आईजी पंजीयन दीपाली रस्तोगी और आयुक्त सहकारिता मनीष श्रीवास्तव को नए विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है। शुक्रवार को 1992 के अफसरों की प्रमुख सचिव पद के लिए डीपीसी होने के बाद इनमें से कई अफसर मंत्रालय आ सकते हैं।