
उन्होंने कहा कि इस संबंध में हमने कम्फेड के अफसरों को कह दिया है कि इस संभावना पर गौर करें. कम्फेड के उत्पाद की बिक्री में शराबबंदी से बेरोजगार की बिक्री में शराबबंदी से बेरोजगार हुए लोगों को लगाया जाएगा. अप्रैल से पहले ही बंद होने वाली शराब की दुकानों के कर्मचारियों की समस्या का निदान हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी होगी. उन राज्यों की तरह नहीं, जहां पूर्ण शराबबंदी है लेकिन शराब की होम डिलीवरी होती है.
नीतीश कुमार ने माना कि इस फैसले से कुछ लोग शराबबंदी का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से विरोध करेंगे. लोग बेरोजगारी का भी मुद्दा उठाएंगे. हम इसके लिए तैयार है. फिलहाल सिर्फ चुनिंदा जगहों पर शराब की दुकानें खुलेगी. धीरे-धीर पूर्ण शराबंदी लागू हो जाएगी.