नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में विधायकों की सैलरी बढाने का बिल गुरूवार को पास हो गया है. इस बिल के पास होने के बाद विधायकों की सैलरी चार गुना बढा दी है. अब दिल्ली के विधायकों को प्रत्येक महीने बतौर सैलरी 12 हजार नहीं बल्कि 50 हजार रूपए मिलेंगे. सैलरी और अलाउंस को मिलाकर हर विधायक को हर महीने अब 2 लाख 35 हजार से ज्यादा रूपए मिलेंगे. रोचक बात यह है कि दिल्ली के विधायकों के सैलरी प्रधानमंत्री से भी ज्यादा हो गई है.
प्रधानमंत्री की बेसिक सैलरी 50 हजार रूपये है और भत्ते मिलाकर उन्हें कुल 1.60 लाख रूपये वेतन मिलता है. दिल्ली में विधायकों की मौजूदा बेसिक सैलरी 12 हजार रूपए है. अब उन्हें 50 हजार रूपए बतौर बेसिक मिलेंगे. दिल्ली में मंत्रियों को 20 हजार रूपए मिलते थे जो कि अब बढ कर 80 हजार रूपए हो जाएंगे. अलाउंस में प्रत्येक साल 10 फीसदी बढोतरी का भी प्रस्ताव दिया गया है. ट्रैवल अलाउंस छह हजार रूपए से बढाकर 30 हजार रूपए कर दिया गया है. विधानसभा इलाके में दफ्तर के किराए के तौर पर 25 हजार रूपए मिलेंगे. आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार ने अक्टूबर महीने में विधायकों की सैलरी बढाने का प्रपोजल रखा था.
जिसे गुरूवार को विधानसभा ने मान लिया. प्रपोजल लागू होते ही दिल्ली के विधायकों की सैलरी किसी दूसरे राज्य के विधायकों से ज्यादा हो जाएगी. बीजेपी के विरोध और वॉकआउट के बीच सदन ने विधायकों के वेतन और भत्ते बढाने के विधेयक पर अपनी मुहर लगा दी. वहीं, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा यह आम फैसला है. उन्होंने कहा कि इससे विधायकों के लिए काम करने जैसे हालात बनेंगे.
