
सत्यपाल सिंह सिकरवार ने पहले अपने सवाल की मूल भावना को ही लिखित प्रश्न में शामिल नहीं करने की बात कही तो अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा ने कहा कि आप उसे पूरक प्रश्न में पूछ सकते हैं। मगर सत्यपाल काफी देर तक इस पर अड़े रहे कि उसे क्यों हटाया गया। उन्होंने कहा कि वे चाहते थे कि अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्ग की पट्टों की जमीन के कितने प्रकरण बिक्री संबंधी थे और उनके नाम व पते सहित जानकारी दी जाए। सत्यपाल ने कहा कि अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्ग के लोग काफी डरे सहमे रहते हैं और भूमाफिया उनकी जमीन को ठिकाने लगा देते हैं। यह केवल मुरैना जिले में नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में हो रहा है। इसकी तत्काल जांच कराई जाना चाहिए।
विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार के प्रश्न पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रामनिवास रावत, सुंदरलाल तिवारी, डॉ. गोविंद सिंह आदि भी सामने आ गए। उन्होंने कहा कि जब मंत्री को संरक्षण दिया जाता है तो उन्हें भी अपनी बात रखने के लिए सदन से संरक्षण मिलना चाहिए। मंत्री रामपाल सिंह ने इस सवाल के जवाब में विधायक को कहा कि वे जिनकी पट्टे की जमीन के सौदे का पूरा विवरण नाम व पते के सात उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।