भोपाल। पिछले तीन वर्षों से अधिक समय गुजरने को है लेकिन प्रदेश के लगभग 40,000 शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। सरकार युवाओं को तीन सालों से आश्वासन का झुनझुना पकड़ा रही है, अनेक युवा तो बिचारे ओवर एज हो चुके हैं. उनकी उम्मीद टूट चुकी है इसका खामियाजा उप चुनावों में गंभीर हार एवं निकायों के चुनाव में भी अनेक स्थानों पर हार के रूप में देखना पड़ रहा है.
जागरूक युवाओं का कहना है कि यदि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016 के जनवरी माह में भी संविदा शिक्षकों के रिक्त पदों के विज्ञापन नहीं निकाले तथा उम्र सीमा में छूट नहीं दी तो सरकार को एक बार पुनः आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। युवाओं ने उम्र सीमा में महिला एवं पुरुषों के लिए 48 वर्ष तक छूट की मांग की है एवं कहा है कि इन 40000 नियुक्तियों को अति शीघ्र अमली जामा पहिनाया जाये । यदि सरकार उम्र सीमा में 48 वर्ष तक की छूट का अवसर युवाओं एवं युवतियों को देती है तो इसका लाभ सरकार को 2018 के चुनाव में मिल पायेगा।
शैलेन्द्र सक्सेना