
दरसअल, इस शुक्रवार को रिलीज हो रही 'बाजीराव-मस्तानी' फिल्म का उनके वंशज विरोध कर रहे थे. उनके वंशजों को फिल्म के कुछ दृश्यों पर आपत्ति है और मामला कोर्ट में पहुंच गया है. इसी बीच फिल्म के पक्षधर भी सामने आए हैं.
फिल्म को लेकर पैदा हुए विवाद के बारे में पक्षधर संगठन का कहना है कि वे एक हिंदू योद्धा के रूप में बाजीराव को पहचानते हैं. अगर फिल्म में कुछ विवादास्पद है तो वह रिलीज होने के बाद ही पता चलेगा.
राष्ट्रीय ब्राम्हण युवजन सभा का कहना है कि बालाजी विश्वनाथ भट्ट (बाजीराव पेशवा) सबसे बड़े योद्धा थे. सोशल मीडिया पर फिल्म के प्रचार में मैसेज चला रहे ब्राम्हण युवाओं ने लिखा है कि बाजीराव पेशवा ने 1713 में राजगद्दी संभालने के बाद उन्होंने मुगल साम्राज्य को तबाह कर दिया और हिंदुओं का राज्य बनाया और जीवन की 41 लड़ाईयाें में जीत हासिल की.
बाजीराव पेशवा का भोपाल कनेक्शन
योद्धा पेशवा बाजीराव के लिए भोपाल बहुत महत्वपूर्ण कड़ी रहा है, क्योंकि बाजीराव ने 18वीं सदी में सबसे बड़ा भोपाल का युद्ध जीता था, जो मराठा पराक्रम का प्रतीक है. यह विजय मराठा पेशवा बाजीराव की रणनीति से ही संभव हो पाई थी.
इतिहासकारों के मुताबिक, सन 1727 में मुगल सेना ने बुंदलेखंड पर आक्रमण कर दिया था, जिसमें महाराजा छत्रसाल घायल हो गए थे. जिन्हें मुगलों ने बंदी बना लिया. जिसकी सूचना मिलने पर बाजीराव अपनी सेना के साथ महाराजा छत्रसाल की सहायता के लिए पहुंचे और मुगलों को हराकर छत्रसाल को 1729 में मुक्त करा लिया. बाजीराव पेशवा समुद्रगुप्त और सम्राट अशोक की तरह अपने जीवन में सभी युद्धों में जीते. बुंदेलखंड, पालखेड, धार, मालवा और भोपाल के युद्ध इनमें मुख्य थे.