
घटना दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके की है। आरोपी युवक राजू 13 वर्षीय किशोरी को तीन माह पहले पश्चिम बंगाल से नौकरी दिलाने का झांसा देकर उसे दिल्ली ले आया था। यहां लाकर उसने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। वह अपनी पत्नी के सामने ही किशोरी को पार्न फिल्में दिखाता और उससे दुष्कर्म करता था। किशोरी इसका बहुत विरोध करती। विरोध करने पर वह किशोरी को करंट का झटका देता और उसे बेहोशी का कैप्सूल देता था। इससे किशोरी ज्यादातर नशे की हालत में ही रहती थी।
जब राजू का उससे मन भर गया तो उसने किशोरी को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। मोटा पैसा कमाने के लिए राजू किशोरी को ग्राहकों के पास भेजने लगा। उसे एक दिन में 10 से 15 लोगों के पास भेजा जाता था। जिस्मफरोशी के लिए तैयार नहीं होने पर उस पर तरह-तरह से जुल्म ढाए जाते थे।
पिछले महीने किशोरी को फरीदाबाद में एक ग्राहक के पास भेजा गया। वहां से लौटते समय वह किसी तरह गुम हो गई। बाद में किशोरी फरीदाबाद पुलिस को लावारिस हालत में मिली। पुलिस ने उसे बाल कल्याण आयोग के पास भेज दिया। वहां से उसे शेल्टर होम भेजा दिया गया। वहां एक एनजीओ को किशोरी ने अपनी आपबीती सुनाई।