224 ठग ग्वालियर से फरार, पकड़ने के लिये एसआईटी का ऐलान

ग्वालियर। चिटफंड की दुकानों पर दिखावे के लिये करोबार बंद हो गया है, परंतु चोरी छिपे कहीं न कहीं चलने की शिकायतें आती हैं। शहर में करीब 300 ठगों ने चिटफंड के नाम पर शहर को लूटा। प्रदेश के बड़े नेताओं और मुख्यमंत्री तक को आमंत्रित कर चिटफंडियों ने सामाजिक कार्यक्रमों में छवि बनाने की कोशिश की है। कुछ नेताओं का खर्चा भी चिटफंडियों ने उठाया। इनमें केएमजे के प्रमुख संतोषीलाल राठौर उनकी पत्नी कंचन, दिलीप जैन, बीपीएन चिटफंड कंपनी के इनामी सरगना बीएस बघेल, किम फ्यूचर
के बीएस संधू, अनमोल सहारा के उपेन्द्र गौतम, आशा पचौरी, चन्द्रशेखर भार्गव, एनमार्ट के गोपाल राजावत, समृद्ध जीवन के मोटेवार परिवार, परिवार डेयरी, सनसाइन, बीएनपी, जीएन फूड आदि कई चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टर अभी फरारी में चल रहे हैं। कुछ जेल में भी हैं।

ये कंपनियां लोगों से दुगुना होने का लालच देकर पैसा बसूल कर भाग जाती हैं, सांई प्रसाद चिटफंड कंपनी के मास्टर माइंड बाला साहेब भापकर से मुम्बई पुलिस उनकी कमाई का राज उगलवाने में जुटी है। भापकर की चीन में संम्पत्ति होने का पता लगा है। भापकर ने ग्वालियर के जिंसी नाला नं. 3 से एक दुकान से सांई प्रसाद फूड और सांई प्रसाद प्रोपर्टी के नाम से लोगों को ठगा। फिर विवि थाना क्षेत्र में अलकनंदा टाॅवर में रहकर करीब 10 करोड़ की ठगी कर कंपनी चम्पत हो गई। 

300 ठगों में से केवल 68 लोग पकड़े जा चुके हैं, 224 अभी फरार हैं। एसपी हरिनारायणाचारी मिश्रा का कहना हैं कि फरार चिटफंडियों को पकड़ने के लिये एसआईटी बनाई जायेगी।  
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