सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। दोनों के बीच 16 साल से प्रेमसंबंध चल रहा था। शादी से पहले तक दोनों एक दूसरे पर मर मिटने को तैयार थे परंतु शादी के बाद 12 महीने भी साथ नहीं रह पाए। हालात यह बने कि ना युवती उसे जीने दे रही थी और ना उसने युवती को जिंदा रहने दिया। घुमाने के बहाने लाया और जिंदा जला दिया।
जिला मुख्यालय बालाघाट में वैनगंगा नदी के छोटे पुल के नीचे एक महिला की जली हुई लाश बरामद हुई थी जिसके बारे में संदेह किया जा रहा था कि उक्त महिला लक्ष्मी कोडापे ने आत्महत्या की है लेकिन पुलिस जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि उसके पति ने अपने दोस्त के साथ मिलकर उसे जिंदा जला दिया।
हत्या इसलिए की गई क्योंकि शादी के बाद संतान की चाहत में युवती लगातार दवाब बना रही थी और युवक को नार्मद तक कहा करती थी। प्रेमी इन तानों से तंग आ चुका था और उसने अपने देश दिनेश टेकाम के साथ मिलकर लक्ष्मी के मर्डर को प्लान किया।
उसने पत्नी के साथ विवाद किया जिसके कारण उसकी पत्नी घर से बाहर निकल गई पत्नी के बाहर जाने के बाद पति किशोर उसका दोस्त दिनेश को अपने वाहन मोपेड में घर से मिटटी तेल माचिस लेकर निकले और पत्नी को मोती गार्डन के पास से लेकर उसे धुमाने के बहाने वैनगंगा नदी की पुलिया के नीचे पहुच गये और वहां लक्ष्मी को पकडकर उसके दोनो हाथ बांध दिये और उस पर मिटटी तेल छिडकर आग लगा दी और फरार हो गये। कुछ देर बाद दोनो लक्ष्मी के पिता के ग्राम पिपरटोला पहुंचे और वहां लक्ष्मी द्वारा आग लगाकर आत्महत्या करने की बात बताई।
किशोर कटरे ग्राम मोहनपुर सोनेवानी का निवासी है जिसका लक्ष्मी कोडापे 16 वर्ष से प्रेम संबंध चल रहा था 30 जनवरी 2015 को किशोर ने लक्ष्मी से शादी की थी।
पुलिस ने किशोर तथा उसके दोस्त दिनेश के विरूद्ध धारा 302, 201, 120बी, 376, 376-2-1, 376-2 एन 3ए, 4, 5, एल 6 लैगिंग अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम धारा 3(2),5,3(1)11 अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच में लिया है।
