आगरा। आईजी जैसे अफसर के सामने यूपी पुलिस ने धरना दे रहे केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के विधायकों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। यूपी पुलिस की यह कार्रवाई शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नहीं बल्कि निशाना बनाकर प्रदर्शनकारियों को पीटने के लिए लग रही थी, क्योंकि उन्होंने धरना स्थल से काफी दूर भाग चुके कार्यकर्ताओं को खींचकर पीटा।
यह था मामला
सराफा कमेटी के महामंत्री धनकुमार जैन को रविवार रात को चार हमलावरों ने गोली मार दी थी। बदमाश थाने के सामने से फायरिंग करते हुए भागे। केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया ने सोमवार दोपहर आइजी कार्यालय के बाहर धरने की घोषणा की। दो बजे भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय, विधायक जगन प्रसाद गर्ग, पार्टी नेता और व्यापारियों के साथ केंद्रीय मंत्री आइजी कार्यालय पहुंच गए। धरना चार बजे तक चलता रहा और वक्ता तीखे अंदाज में पुलिस पर निशाना साधते रहे।
आखिर में आइजी डीसी मिश्रा ज्ञापन लेने धरनास्थल पहुंचे। इस दौरान एक सिपाही ने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने आपत्ति जताई, बस इसी दौरान एक अधिकारी ने इशारा कर दिया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पहले धकियाना शुरू किया और फिर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं। लाठीचार्ज से धरने पर बैठे लोग सड़क की ओर भागे, लेकिन पुलिस ने पूरा सबक सिखाने की नीयत से वहां भी पीछा नहीं छोड़ा। सबको दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। एसपी सिटी और सीओ हरीपर्वत खड़े देखते रहे।