नई दिल्ली। लम्बे समय से पुराने दिनों का इंतजार कर रहे बिल्डर्स को इस बार भी निराशा हाथ लगी। उन्हें उम्मीद थी कि यह दीवाली उनकी किस्मत बदल देगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। लोगों का रुझान थोड़ा बढ़ा है परंतु यह उत्साहजनक नहीं कहा जा सकता।
प्रॉपर्टी में लिवाली लगातार कमजोर बनी हुई है और इसके साथ ही प्रॉपर्टी की मांग भी कम देखी जा रही है। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि कीमते नहीं बढ़ रही है जिस कारण रिटर्न नही मिल पा रहा है और इस कारण ही घाटे का सामना इन्वेस्टर्स को करना पड़ रहा है। यहाँ तक की रियल्टी एक्सपर्ट्स का यह कहना है कि वे भी अभी छोटे इन्वेस्टमेंट ना करें। इस मामले में यह देखने को मिल रहा है कि बड़े प्रॉपर्टी मार्केट में भी एक साल के दौरान गिरावट सामने आई है और यह गिरावट मांग में कमी के कारण देखी गई है। मामले में ही यह बात भी सामने आ रही है कि प्रॉपर्टी की बिक्री में सुस्ती आई है जिसके कारण कीमतों को भी नहीं बढ़ाया गया है और इसके कारण जो भी नुकसान हो रहा है वह खुद इन्वेस्टर्स को उठाना पड़ रहा है।