रतीराम श्रीवास/टीकमगढ। टीकमगढ थाना पृथ्वीपुर क्षेत्र मे कोरियन पर्यटक संग हुई लूट को अंजाम देने बाले बदमाशो समेत पाँच लोगो को पृथ्वीपुर थाना पुलिस माधौगढ जिला जालौन यूपी से दबोच कर ले आई और न्यायालय मे पेश कर दिया जहा से जेल भेज दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार। 19 दिसंम्बर 2014 को टीकमगढ के थाना पृथ्वीपुर क्षेत्र मे कोरियन पर्यटक यंग जौं जून संग लूट हुई थी। पर्यटक ओरछा धार्मिक नगरी का भ्रमण करने आया थ। ओरछा और पुथ्वीपुर के मध्य मे पर्यटक से एक मोबाइल व एक हजार रुपये। बदमाशो ले छीन लिये थे। लूट की रिपोर्ट पृथ्वीपुर थाना मे दर्ज कराई गई थी। लूट को अंजाम जालौन जिला के नगर माधौगढ के दो बदमाशो ने दिया था। पृथ्वीपुर पुलिस ने माधैगढ पहुॅच कर लूट को अंजाम देने बाले दो बदमाशो सहित पांच लोगो को सर्वेलन्स की मदद से धर दबोचा। पूछताछ के दौरान आरोपियो ने बताया है। कि लूटा हुआ मोबाइल बदमाशो ने 6 माॅह तक स्विच आॅफ रखा। इसके बाद माधैगढ निबासी दिलीप बाल्मीक पुत्र सुरेश बाल्मीक को 5000 हजार रुपये मे मोबाइल बेचा।
दिलीप ने यह मोबाइल हदेश दोहरे को 3200 सौ रुपये मे बेच दिया हदेश दोहरे ने इसे माधैगढ कस्बा निबासी आदित्य पुत्र राजकुमार दोहरे को 2600 सौ मे बेच दिया। पृथ्वीपुर पुलिस को 19 दिसम्बर 2014 से आरोपियो की तलास थी। मोबाइल आॅन होते ही इसकी लोकेशन माधैगढ आने लगी थी। पुलिस ने निगरानी तेज कर दी। जब निश्चित कर लिया लोकेशन कहा कहा की आ रही है। तब पुथ्वीपुर थाना प्रभारी एलपी यादव उप निरीक्षक पंकज मुदगल सर्वेलन्स टीम सदस्य रहमान खाँ ने माधैगढ पहुॅच कर थानाध्यक्ष माधैगढ वीपी चतुर्बेदी की मदद से मोबाइल खरीदने बाले तीनो आरोपियो को पकड लिया।
पुलिस ने सबसे पहले लखनऊ मे एमबीए की पढाई कर रहा आदित्य पुत्र राजकुमार को पकडा आदित्य को लखनऊ से माधैगढ बुलाया गया। पूछताछ मे उसने बताया कि मोबाइल हदेश दोहरे से खरीदा था। हदेश दोहरे को पकडा गया,तो उसने बताया योगेन्द्र पुत्र लखन लाल से मोबाइल खरीदा जब पुलिस ने योगेन्द्र से पूछताछ की तो उसने पहले भ्रमित किया जब कडाई से पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि लूट की घटना मे शामिल होने के साथ अन्य सहयोगी टिल्ली उर्फ प्रहलाद पुत्र नन्दराम दोहरे निबासी माधैगढ का नाम बताया इसके बाद पुलिस सभी आरोपियो को पकड कर थना पृथ्वीपुर ले आई और पाॅचो आरोपियो पर धारा 392.411 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियो को न्यायालय मे पेश कर दिया जहा से जेल भेज दिया ।