रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार जेंडर चेंज कराने जा रही है। वो थर्ड जेंडर को फीमेल बनाएगी। इसके लिए सर्जरी में जो भी खर्चा आएगा वो सरकार वहन करेगी। थर्ड जेंडर के लिए सरकारी मदद का शायद यह पहला उदाहरण है।
स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित राज्य एड्स नियंत्रण समिति ने इसका जिम्मा संभाला है। स्वास्थ्य विभाग 90 दिन के अंदर इसका पूरा फुलप्रूफ प्लान बनाकर शासन को भेजेगा। इसे मंजूरी मिलते ही एसआरएस शुरू हो जाएगी।
सर्जरी में चेन्नई, कोलकाता के चिकित्सा विशेषज्ञ, मनोचिकित्सक अहम भूमिका अदा करेंगे। सर्जरी के लिए रायपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल को चुना गया है, जहां सर्जरी विभाग की भागीदारी होगी। इसलिए सर्जरी विभाग और मनोरोग विभाग के डॉक्टर्स के साथ मिलकर विशेषज्ञ थर्ड जेंडर की तीन बार काउंसिलिंग करेंगे और फिर सहमति के बाद उनकी सर्जरी की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया में 1से डेढ़ महीने का समय लगेगा।