भोपाल। व्यापमं घोटाले पर मोदी की पैरी नजर, पीएमओ ले रहा है पल पल का अपडेट और ऐसी ही तमाम खबरें उन दिनों सुर्खियों में थीं, परंतु मोदी ने इस मामले में क्या कार्रवाई की किसी को पता नहीं चला। अब यह कार्रवाई सार्वजनिक होगी। चर्चा थी कि व्यापमं कांड का उपयोग मोदी ने शिवराज पर दवाब बनाने के लिए किया था। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए नहीं।
सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे की आरटीआई अपील में फैसला आ गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की कार्रवाईयों का ब्योरा उपलब्ध कराने से पहले इंकार कर दिया गया था, लेकिन अपील में इस निर्णय को खाजिर कर दिया गया।
अजय दुबे ने इस घोटाले के संबंध में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, कमलनाथ,ज्योतिरादित्य सिंधिया, कपिल सिब्बल व विवेक तन्खा की 18 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात तथा उन्हें एक्सल शीट व अन्य दस्तावेजों पर हुई कार्रवाई का विवरण सूचना के अधिकार के तहत मांगा था।
पीएमओ के लोक सूचना अधिकारी ने जवाब दिया कि यह जानकारी प्रकट करने से पीएमओ के संसाधन प्रभावित होंगे। इसलिए यह जानकारी नहीं दी जाएगी। इस मामले को दुबे ने पीएमओ के अपीलीय अधिकारी के समक्ष रखा तो उन्होंने सूचना अधिकारी के जवाब को गलत माना तथा आदेश दिया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय से हुई कार्यवाही को सार्वजानिक किया जाए।