ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश में जनता पर अत्याचार करने के लिए कुख्यात यूपी पुलिस पर इस बार गंभीर आरोप लगे है। मामला यूपी के ग्रेटर नोएडा के दनकौर थानाक्षेत्र का है। दनकौर थाने के प्रभारी प्रवीण यादव पर आरोप लगा है कि थाने में शिकायत दर्ज कराने आए एक दलित परिवार की एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। जब परिवार ने इसका विरोध किया तो थाना प्रभारी ने महिला के साथ बदतमीजी और मारपीट की। साथ ही थाना प्रभारी ने दंपत्ति के बीच सड़क पर कपड़े फाड़ दिये।
बता दे कि सुनील गौतम निवासी अट्टा के साथ बुद्धवार शाम को लूट हो गयी थी । इसी मामले में गिरफ्तारी के लिए अपने परिवार के साथ दनकौर थाने गए थे । आरोप है कि तभी भीड़ देखकर थाना प्रभारी आग बबूला हो गए और गिरफ्तारी की मांग करने वालों के साथ मारपीट करते हुए महिला के साथ बदसलूकी की व कपडे फाड़ दिए।
मामले की अधिक जानकारी के लिए हरिभूमि की टीम ने थाना प्रभारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने सही से बात नहीं की। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताया। प्रवीण यादव ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे सुनील गौतम, उनके भाई और पत्नी जिसने उनपर आरोप लगाया है।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पुलिस ने तीन महिलाओं सहित पांचों लोगों पर 307,232,323,147,148,353,294,394, 7 क्रिमिनल एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।