रायपुर। हावड़ा-मुंबई मेल में बुधवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब वॉशबेसिन के पास एक संदिग्ध पोटली पड़ी मिली। पोटली में बम होने की अफवाह फैलते ही हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बीडीएस (बम डिस्पोजल स्क्वायड), आरपीएफ, जीआरपी के अधिकारियों ने मेल को घेर लिया।
जीआरपी के मुताबिक रायपुर स्टेशन से पहले मांढर स्टेशन पर हावड़ा-मुंबई मेल के एस-12 बोगी का एक यात्री जब बाथरूम गया तो वॉश बेसिन के नीचे उसे एक संदिग्ध पोटली दिखाई दी। पोटली में लाल लाइट जलने के कारण उसमें बम होने की आशंका हुई और उसने तुरंत टीटीई के जरिए जीआरपी को इसकी जानकारी दी।
बाथरूम में बम की सूचना मिलने पर जीआरपी की टीम ने आनन-फानन में बाथरूम से लगी दोनों बोगियों को खाली करवाया। इस बीच मेल में बम की अफवाह तेजी से फैली जिससे यात्रियों में हडकंप मच गया। मौके पर पहुंची बीडीएस टीम, डॉग स्क्वाड ने जांच पड़ताल के बाद पाया कि अज्ञात शरारती तत्वों के द्वारा नारियल में दो पेसिंल सेल की मदद से उसमें एलईडी बल्ब लगाकर उसे बम की शक्ल दे दी थी।
स्टेशन में अलर्ट
मुंबई मेल में सुबह 9 बजे बम जैसी संदिग्ध सामान मिलने की सूचना के तुरंत बाद रायपुर स्टेशन को अलर्ट कर दिया गया था। पूरे घटनाक्रम के बाद ट्रेन को करीब एक घंटे की देरी से रवाना किया गया।
जवान ने लिया रिस्क
मेल में बम होने की जानकारी मिलते ही आरपीएफ जवान आरके मिश्रा ने रिस्क लेते हुए उस संदिग्ध पोटली को लंबे बांस के सहारे उठाकर स्टेशन के बाहर ले जाकर रखा। तब तक बीडीएस की टीम भी आ पहुंची थी। बड़ी सावधानी से पोटली को उठाकर आउटर इलाके में खाली स्थान पर ले जाया गया, जहां पर पोटली को खोलकर उसमें रखे सभी सामानों की जांच की गई। जांच में जब बम जैसी कोई वस्तु नहीं मिली तब सभी ने राहत की सांस ली। जिस पोटली में संदिग्ध वस्तु रखी गई थी उसमें श्री राणी सती दादी महोत्सव प्रसाद जमशेदपुर लिखा हुआ था।
रेलवे प्रवक्ता रतन बसाक ने बताया कि यह किसी शरारती तत्व की हरकत थी जिसकी वजह से लोगों ने एलईडी लाइट लगे नारियल को बम समझ लिया था, चूंकि लाइट जल रही थी, इसलिए बम होने की अफवाह तेजी से पूरे ट्रेन के साथ स्टेशन में फैलते देर नहीं लगी।